उन्होंने कृषि विभाग से मांग की कि योजनाएँ कागज़ों से निकलकर खेतों तक पहुँचें और हर पात्र किसान को उसका हक समय पर मिले। उन्होंने कहा कि यह समय केवल बैठकों का नहीं, बल्कि जमीनी कार्रवाई का है। किसानों के साथ अन्याय हुआ तो अपना दल (एस) सड़क से सदन तक संघर्ष करेगा। इस अवसर पर किसानों के मसीहा, भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की जन्म जयंती माह को स्मरण करते हुए कहा गया कि चौधरी साहब ने किसान, मजदूर और ग्रामीण भारत को राजनीतिक पहचान दिलाई। उनका स्पष्ट संदेश था—देश का विकास खेतों से होकर ही गुजरता है। अपने ओजस्वी संबोधन में शैलेन्द्र चौधरी एडवोकेट ने लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल के विचारों को याद करते हुए कहा कि सरदार पटेल केवल भारत की एकता के शिल्पकार नहीं थे, बल्कि वे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकारों के अडिग रक्षक भी थे। उन्होंने यह सिद्ध किया कि जब तक हर नागरिक भयमुक्त और समान अधिकारों वाला नहीं होगा, तब तक राष्ट्र मजबूत नहीं हो सकता। बैठक में प्रमुख रूप से चौधरी कुलबीर सिंह (पूर्व प्रमुख), प्रदीप कुमार (पूर्व चेयरमैन), ब्लॉक प्रमुख पति पंकज चौहान, डॉ. देवेंद्र ठाकुर, नैम अहमद, अरविंद चौधरी, सत्यवीर सिंह, जुल्फिकार अहमद, उज्ज्वल, असरफ, नियाज़ुल हसन, मोता असलम सहित बड़ी संख्या में किसान प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।जिला कीर्षि अधिकारी जसवीर सिंह तेवतिया ने इस मौक़े पर जनवरी माह में किसानों की समस्याओं को सुना और किसानों की बुलंद आवाज़ पर अपना दल एस के जिला अध्यक्ष शैलेंद्र चौधरी को सम्मानित किया।अंत में वक्ताओं ने एक स्वर में कहा किकिसान का सम्मान—देश का सम्मान है,संविधान की रक्षा—हम सब की जिम्मेदारी है।
बिजनौर जिला कृषि विभाग की बैठक में किसान स्वाभिमान, संविधान और सामाजिक एकता की हुई बुलंद आवाज
जिला कृषि विभाग बिजनौर द्वारा आयोजित बैठक में किसानों के हक, सम्मान और अधिकारों को लेकर मजबूत स्वर गूंजा। बैठक में अपना दल (एस) के जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र चौधरी एडवोकेट, बिजनौर ने अत्यंत प्रभावशाली वक्तव्य देते हुए कहा कि किसान केवल अन्नदाता नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा है, और यदि किसान कमजोर हुआ तो देश की नींव हिल जाएगी।शैलेन्द्र चौधरी एडवोकेट ने दो टूक शब्दों में कहा कि खाद, बीज, सिंचाई, फसल बीमा, मुआवजा और सरकारी अनुदान योजनाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही, भेदभाव या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
